बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री एवं बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक नितिन नवीन ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के हालिया बयान पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि जनता अब उनके खोखले वादों और झूठे दावों को भलीभांति पहचान चुकी है। जो लोग सत्रह महीने की सत्ता में रहकर रोजगार के नाम पर केवल भाषण देते रहे, वे अब चुनावी मौसम में “जॉब यानि जश्न ऑफ बिहार” जैसी नई शब्दावली बनाकर जनता को फिर से भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं।
मंत्री ने कहा कि तेजस्वी यादव को यह याद रखना चाहिए कि विकास घोषणाओं से नहीं, बल्कि ईमानदार नीयत और ठोस नीति से होता है। जिनके परिवार ने दशकों तक बिहार पर शासन किया, उस दौर में न तो उद्योग लगे, न निवेश आया और न ही युवाओं को अपने ही राज्य में रोजगार के अवसर मिले। बिहार के युवा यह कभी नहीं भूलेंगे जब नौकरी के बदले उन्हें अपनी ज़मीन तक गिरवी रखनी पड़ती थी, और रोजगार की तलाश में उन्हें अपने घर-परिवार छोड़कर प्रदेशों से बाहर जाना पड़ता था।आज वही बिहार डबल इंजन सरकार के नेतृत्व में नई दिशा और नई पहचान बना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रयासों से देश के हर कोने-कोने से बिहार के लोग वापस अपने राज्य लौट रहे हैं, क्योंकि यहाँ अब रोजगार, निवेश और विकास के अवसर बढ़ रहे हैं।
नितिन नवीन ने कहा कि गठबंधन के हर नेता ने हमेशा बिहार से पहले अपने परिवार के हितों को प्राथमिकता दी है। जब राज्य के लोग संघर्ष कर रहे थे, तब ये अपने परिवार की विरासत बचाने में व्यस्त थे। और आज वही लोग बिहार की प्रगति की बातें कर रहे हैं, जो कभी विकास की राह में सबसे बड़ी रुकावट बने रहे।
मंत्री ने कहा कि तेजस्वी यादव के वादे अब जनता के लिए पुराने चुटकुले बन चुके हैं। जो व्यक्ति सत्रह महीने की सरकार में रहते हुए एक भी ठोस रोजगार नीति नहीं बना सके, वे अब बीस दिन में अधिनियम और बीस महीने में हर घर नौकरी देने की बात कर रहे हैं। यह हास्यास्पद भी है और जनता की समझ का अपमान भी। बिहार की जनता अब समझ चुकी है कि एनडीए सरकार ने जिस ईमानदारी से राज्य को आगे बढ़ाया है, वही वास्तविक “जॉब ऑफ बिहार” है यानी रोजगार, विकास और सम्मान का जश्न।
उन्होंने कहा कि आज बिहार डबल इंजन सरकार के प्रयासों से नई पहचान बना रहा है। जहाँ कभी पलायन और पिछड़ेपन की पहचान थी, वहाँ अब निवेश, नवाचार और अवसरों की बात होती है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी की प्रतिबद्धता से बिहार “ख़ौफ़” से नहीं, “ख़ुशहाली” से आगे बढ़ रहा है। विपक्षी दलों को अब यह समझ लेना चाहिए कि बिहार की जनता वादों नहीं, काम की राजनीति चाहती है और एनडीए सरकार ने यही भरोसा दिया है।