
शनिवार को पटना स्थित जनता दल (यू) प्रदेश कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में जहानाबाद के पूर्व सांसद एवं वरिष्ठ नेता डाॅ0 अरुण कुमार ने अपने सुपुत्र ऋतुराज कुमार सहित कई प्रमुख नेताओं के साथ जद (यू) परिवार में पुनः घर-वापसी की। पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा ने उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता दिलाई। इस अवसर पर भारत सरकार के केन्द्रीय कैबिनेट मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, बिहार सरकार के वरिष्ठ मंत्री विजय कुमार चैधरी, मंत्री अशोक चैधरी, विधान परिषद में सत्तारूढ़ दल के उपनेता ललन कुमार सर्राफ, मुख्य सचेतक संजय कुमार उर्फ गांधी जी, पूर्व सांसद सह अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, विधान परिषद सदस्य संजय सिंह, अनिल कुमार, वासुदेव कुशवाहा, रंजीत कुमार झा सहित कई वरीय नेता एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
उक्त अवसर पर श्री संजय कुमार झा ने कहा कि डाॅ0 अरुण कुमार का जद (यू) परिवार में गर्मजोशी से स्वागत करते हुए उन्हें हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं। उन्होंने कहा कि उनकी घर-वापसी से एनडीए को और मजबूती मिलेगी तथा आगामी विधानसभा चुनाव में इसका बड़ा लाभ प्राप्त होगा।
ललन सिंह ने कहा कि समता पार्टी के निर्माण यात्रा में डाॅ0 अरुण कुमार की महती भूमिका रही है। अब वे पुनः जद (यू) परिवार में शामिल हो रहे हैं, यह हम सभी के लिए अत्यंत प्रसन्नता का विषय है। उन्होंने कहा कि इस विधानसभा चुनाव में डाॅ0 अरुण कुमार और श्री चंदेश्वर चंद्रवंशी की जोडी मगध क्षेत्र में राजनीतिक तूफान लेकर आएगी।
उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि मगध क्षेत्र में डाॅ0 अरुण कुमार की मजबूत राजनीतिक पकड है और उनकी व्यापक लोकप्रियता भी रही है। ऐसे में उनका जद (यू) परिवार में घर-वापसी पार्टी के लिए अत्यंत सुखद और उत्साहजनक क्षण है।
डाॅ0 अरुण कुमार ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में पुनः कार्य करने का अवसर प्राप्त होना मेरे लिए अत्यंत हर्ष का विषय है। उन्होंने कहा कि हम सभी साथी मिलकर जंगलराज की वापसी को रोकने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि बिहार प्रगति के मार्ग पर अनवरत आगे बढ़ता रहे।
पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने वालों में मुख्यरूप से कलेन्द्र राम, जगनारायण पासवान (मुखिया), सत्येंद्र पासवान, असगर अली, श्री शमशाद आलम सहित कई पंचायत प्रतिनिधिगण एवं सैकड़ों समाजसेवी शामिल हैं।